बता दें कि माधव नेशनल पार्क में दो शावक सहित 5 बाघ हैं। पार्क की पूर्व रेंज के बलारपुर जंगल में दो साल पहले दो मादा व एक नर टाइगर को छोड़ा गया था। इनके दो शावकों ने भी जन्म ले लिया है। इन्हें मिलाकर अभी पार्क में पांच टाइगर हैं। जबकि आने वाली दस मार्च को दो और बाघ शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में लाए जाने की तैयारी है।
आबादी से दूर रहे बाघ इसलिए 11 फीट ऊंची दीवार हुई तैयार, 13 किमी में 5 वॉच टॉवर भी बने
बाघ आबादी से दूर रहें इसके लिए केंद्रीय मंत्री द ग्रेट सिंधिया ने अलग से फंड लाकर यहां माधव नेशनल पार्क और शिवपुरी शहर
के बीच 9 किलोमीटर हिस्से में 11 फीट ऊंची दीवार बनवाई है। इसका निर्माण 15 किमी में होना है और शेष 4 किमी बाउंड्रीवॉल का काम भी इसी महीने पूरा हो जाएगा। साथ ही 24 घंटे निगरानी के लिए इस 13 किमी क्षेत्र में 5 वॉच टॉवर भी बन गए हैं। यहां पार्क स्टाफ चौबीस घंटे रहकर निगरानी रखेगा।बता दें कि 13.32 करोड़ की 13.50 किमी बाउंड्रीवॉल का केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 6 अक्टूबर 2023 को भूमिपूजन किया था। 11 फीट ऊंची दीवार बनने से टाइगर शहर की तरफ नहीं आ सकेंगे।
माधवराव सिंधिया का जन्म दिन 10 मार्च को आएंगे दो बाघ
आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय राजनीति के सितारे रहे कैलाशवासी श्रीमंत माधवराव सिंधिया का जन्म 10 मार्च 1945 को मुंबई में हुआ था। जिन्होंने इस पार्क की स्थापना की थी और टाइगर सफारी का निर्माण कराया था। उन्होंने जो चुनिंदा टाइगर पेटू, तारा इस जंगल में छोड़े थे उन्होंने अपना कुनवा बढ़ाकर दस तक पहुंचा दिया था। जिन्हें देखने देश विदेश के पर्यटक शिवपुरी आते थे। उन्होंने हो mpt के टूरिस्ट विलेज होटल का निर्माण करवाया था। इस होटल में खास तौर पर ग्रामीण चिमनी, डिजाइन आदि का निर्माण उनकी चॉइस के हिसाब से किया गया था और तभी इसे पर्यटक ग्राम नाम भी मिला था। किन्हीं परिस्थिति के चलते टाइगर सफारी बंद हुई और तभी से जिले में पर्यटन ने अपनी रफ्तार खो डाली थी। अब उनके लाडले बेटे जन जन के प्रिय केंद्रीय मंत्री श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके बेटे महानआर्यमन सिंधिया नए सिरे से शिवपुरी में पर्यटन को बढ़ावा देने में जुटे हैं। बीते रोज महारानी प्रियदर्शिनी राजे ने भी नेशनल पार्क का भ्रमण किया था। अब जबकि 10 मार्च को पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव जी की जयंती है तब नेशनल पार्क में दो और टाइगर छोड़े जाएंगे। यह टाइगर दक्षिण रेंज के सेलिंग क्लब क्षेत्र में छोड़े जाएंगे। नेशनल पार्क में पहले से तीन टाइगर हैं जिन्हें दो साल पहले छोड़ा गया था। दो और टाइगर आने से यहां टाइगर की संख्या में वृद्धि होगी। जल्द शिवपुरी का माधव नेशनल पार्क टाइगर रिजर्व भी बन जाएगा।
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