दवा-जांच और इलाज में वसूली राशि
सूत्रों की मानें तो अस्पताल में मरीजों के इलाज के साथ ही अलग-अलग तरह की जांच (एमआरआई, सीटी स्कैन सहित अन्य जांच) और दवाओं की बिक्री कर मोटी रकम वसूली जा रही है। दवा और जांच की दरें मार्केट रेट से ज्यादा होने की बात बताई गई है। कमाई के अनुपात में टैक्स का भुगतान नहीं होने के चलते कार्रवाई की बात सामने आ रही है। यहां बता दें कि 5 फरवरी को आयकर विभाग की टीम ने जयेंद्रगंज स्थित फर्म पर सिंघल बंधुओं के यहां औचक निरीक्षण किया था। इस मामले में लगभग 140 करोड़ की टैक्स डिमांड की बात सामने आई थी।
अगर गहराई से की जांच तो याद आएगा rto का सौरभ!
सूत्रों का कहना है कि परिवार के मुखिया डॉक्टरों के घरों तक अगर जांच की गई तो अचल संपत्ति में भारी इन्वेस्टमेंट मिलेगा, गोल्ड से लेकर तमाम अन्य बड़ी गड़बड़ी सामने आ सकती है!

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