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#धमाका खास खबर: "कभी न भुलाए जा सकेंगे ख्यातनाम कवि, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रोफेसर, डॉ राधेश्याम द्विवेदी जी"

सोमवार, 24 फ़रवरी 2025

/ by Vipin Shukla Mama

शिवपुरी। MP के जिला शिवपुरी की माटी में देश के कई जाने माने सपूत जन्मे और शिवपुरी का नाम इतिहास में दर्ज कर गए। जिनका उल्लेख समय समय पर किया जाता रहा है, इन्हीं सख्शियत में शामिल हैं शिवपुरी की पोश गांधी नगर कॉलोनी के निवासी ख्यातनाम कवि, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, प्रोफेसर, डॉक्टर स्व. राधेश्याम द्विवेदी, जिनकी आज 24 फरवरी को पुण्यतिथि है। उन्हें सच्चे मन से हम श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। आपको बता दें कि डॉ राधेश्याम द्विवेदी अपने समय के उच्च कोटि के चिंतक, विचारक, साहित्यकार, पत्रकार तथा समाजसेवी ही नही अपितु कानून के अद्वितीय विद्ववानों में से एक रहे हैं, वह जीवाजी विश्वाविद्यालय के प्रथम डीलिट तथा तत्समय प्रदेश के सर्वाधिक शिक्षित व्यक्ति में से एक थे, उनके द्वारा लगभग 250 से अधिक पुस्तकों का लेखन कार्य किया गया। जिसमें विधि संबंधी पुस्तकें प्रमुख हैं। इस हेतु उन्हें भारत सरकार विधि विधायी विभाग द्वारा राज्य भाषा पुरुस्कार से भी सम्मानित किया गया उनके द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया गया था। बेहद सौम्य, सरल और जानकार डॉ द्विवेदी आज भले ही हमारे बीच नहीं लेकिन ग्वालियर में स्थापित अभ्युथानम् वेलफेयर फाउण्डेशन स्वयं सेवी संस्था जिसका मुख्यालय ग्वालियर में है, यह संस्था स्व. डॉ. राधेश्याम द्विवेदी की चिर स्मृति में स्थापित की गयी है। अभ्युथानम् वेलफेयर फाउण्डेशन समाज सेवा के क्षेत्र में विशेष रूप से प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं की सहायता, शिक्षा, राष्टभाषा के उथ्थान इत्यादि क्षेत्र में वृहत रुप से कार्य करने हेतु कृत संकल्पित है। संस्था यह कार्य आप सभी के सहयोग से कृतग्यता के बशीभूत होकर बड़े विनम्र भाव से करना चाहती है। 
जीवन परिचय
डॉ राधेश्याम दिवेदी
जन्म 26 फरवरी 1921, करैरा जिला शिवपुरी मध्य प्रदेश
शिक्षा: एम. ए. हिंदी पीएच डी. (विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन) डीलिट (जीवाजी विश्वविद्यालय 
ग्वालियर) अधिवक्ता, स्टेट बार काउंसिल, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर (पंजीयत)
निबंध: शांति सुधा (1943), प्रबंध काव्य-कल्याणी कैकई (1950) खंडकाव्य- युग प्रवर्तक 
गांधी, रावी के तट पर (1952) स्फुट गीत संग्रह गुनगुन (1952) छलकन (अप्रकाशित) 
कृतियां: अन्य अपने गांव (1952) नवदुर्गा – रेखा/शब्द चित्र (1952) विशाल भारत के 
अमूल्य रत्न (1952) दिव्या मां (1958) अभियान गीत (1962) सहकारिता और जिला 
शिवपुरी (1970) राष्ट्र रक्षक राजपूत (92) बेतवा के बुंदेले (97) छिताई चरित (तोमर युगीन 
ग्वालियर 99) सहित कई दर्जन क़ानूनी पुस्तको, समीक्षाओं, ग्रंथों (ग्वालियर रेवेन्यू निर्णय 
मध्यप्रदेश रेंट कण्ट्रोल, जर्नल मध्यप्रदेश भू राजस्व संहिता, नजीर कानून, मध्य प्रदेश नगर
 पालिका अधिनियम, मध्य प्रदेश खान खनिज मैनुअल मोटर एक्सीडेंट क्लेम एंड कम्पनसेशन,
 मध्य प्रदेश स्थान नियंत्रण अधिनियम आदि ) का लेखन/संपादन (मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय 
के माननीय न्यायाधीशों द्वारा अग्रेषित तथा इलाहाबाद, इंदौर, ग्वालियर और भोपाल के विधि
 प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित) भोपाल से प्रकाशित मासिकी मध्य प्रदेश साहित्य सरोवर एवं 
साहित्य सागर में प्रबंध काव्य कल्याणी कैकई का धारावाहिक प्रकाशन (2001 से 2004) 
एवं शोध आलेखों का नियमित प्रकाशन, साथ ही प्रमुख समाचार पत्रों व पत्रिकाओं में प्रकाशन 
आकाशवाणी ग्वालियर/ शिवपुरी से प्रसारण
कार्य: 1. एक रेवेन्यू एजेंट, पूर्व ग्वालियर राज्य (1937) 2. स्वतंत्रता आंदोलन में भागीदारी 
(1942) 3. लेखन 4. अध्यापन 5. समाज सेवा 6. न्यायालय में वकालत 7. पत्रकारिता 
8. संपादन 9.समीक्षा 10.सदस्य हिंदी साहित्यकार परिषद, ग्वालियर (1940) 11. सचिव
सार्वजानिक सभा, करैरा (1940), 12. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, भूमिगत आन्दोलन (1942)
 13. सदस्य – जिला योजना समिति (1944) 14. सदस्य- जिला औकाफ़ कमेटी (1956), 
15. अध्यक्ष नगर पालिका करैरा (1955-59), 16. अध्यक्ष भारत सेवक समाज (1962),
17. सदस्य जिला कांग्रेस कार्यकारिणी (1972), 
18.संचालक- दरगाह हजरत ख्वाजा खानून, ग्वालियर, वार्षिक उर्स सेमिनार (1980 से), 
19. अध्यक्ष भारत सेवा गृह निर्माण निर्माण समिति करैरा (1983), गांधी विद्यालय करैरा, 
जनता हायर सेकेंडरी स्कूल दिनारा आदर्श विद्यालय, पोहरी में अध्यापन |
उल्लेख: बायोग्राफिकल इंटरनेशनल तृतीय भाग दिल्ली (92) हिंदी साहित्य अकादमी 
दिल्ली के परिचयात्मक ग्रंथ श्री रामगोपाल परदेशी द्वारा प्रकाशित परिचयात्मक ग्रंथ 
(66- 67), रेफरेंस इंडिया (68-69), रेफरेंस एशिया (75), मध्य भारत का इतिहास, 
चतुर्थ खंड (49) हिंदी सेवा संसार, लखनऊ आज के हिंदी सेवी, चुरू (राजस्थान) 
यदि में उल्लेखित अनेक अन्य महत्वपूर्ण ग्रंथों में संदर्भित अनेक शोध ग्रंथों में प्रासंगिक 
पुरस्कार एवं सम्मान: 1. सहस्त्राब्दी विश्व हिंदी सम्मेलन में डॉ राधेश्याम द्विवेदी को 
राष्ट्रीय हिंदी सेवी सहस्राब्दी सम्मान नई दिल्ली सितंबर 2000 को प्रदान किया गया 
2. भारत सरकार के विधि विधायी विभाग से राजभाषा पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 
(विशेष: उपरोक्त संपूर्ण जानकारी . डॉ. राधेश्याम द्विवेदी की चिर स्मृति में स्थापित अभ्युथानम् वेलफेयर फाउण्डेशन की वाल से लेकर प्रकाशित की जा रही है, सही अर्थों में उनके प्रति श्रद्धा, उनके सुपुत्र विमल द्विवेदी से मित्रता, डॉ द्विवेदी जी से धमाका के एडिटर चीफ विपिन शुक्ला का बचपन से रहा लगाव, उनसे मिला आशीर्वाद उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करने का प्रयास है। किसी अनजानी भूल के लिए धमाका माफी चाहता है)












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