ये लिखा महाराज को पत्र
परमश्रद्धेय,
श्रीमंत महाराज साहब, केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं पूर्वोत्तर मंत्री भारत सरकार,
जिला शिवपुरी
दिनांक 11-02-2025.
जन सम्पर्क 534 13/02/25
संदर्भ- जिला चिकित्सालय में आमजन से गेट पास के नाम पर ठेकेदार द्वारा अवैध कार्य हेतु।
श्रीमंत, उपरोक्त विषय में लेख है कि जिला चिकित्सालय से मरीज व उनके अटेंडरों द्वारा लगातार फोन पर गेट पास को लेकर शिकायत की जा रही थी, जब इस स्थिति का सच जाना तो कुछ हकीकत सामने भी आई यहा पर मरीज से मिलने आने वाले अटेंडरों से 20 रूपये और 50 रूपये गेट पास के नाम पर लिए जा रहे हैं। जब कि मरीज के साथ एक फ्री पास पूर्व में भी दिया जाता था, लेकिन अब जिला चिकित्सालय के ठेकेदार द्वारा मरीज से मिलने वाले अन्य अटेंडरों से 20 से लेकर 50 रूपये लिए जा रहे है, और यहां तक कि अगर 5 साल से अधिक का कोई बच्चा भी हो तो उसका भी गेट पास बनाया जा रहा है, चूकि जिला चिकित्सालय में गरीब एवं ग्रामीणों का ज्यादा आना-जाना होता है, जिससे उनको इस परेशानी का सामना करना पड रहा हैं।
श्रीमंत महाराज साहब से निवेदन है कि आम जन को इस प्रक्रिया से राहत दिलाने कि कृपा करें।
आपका
सिविल सर्जन ने दी विस्तार से जानकारी
जिला अस्पताल में पास को लेकर हो रहे हंगामे के बीच धमाका ने जब सिविल सर्जन डॉ बी एल यादव से बात की तो उन्होंने कहा कि अस्पताल में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पास व्यवस्था लागू की है, भीड़ होने पर इलाज करने में परेशानी होती है, गंदगी से मरीज को इन्फेक्शन के चांस रहते हैं। अटेंडर भीड़ की सूरत में प्रवेश न करें इसलिए पास व्यवस्था लागू की है इसमें एक अटेंडर निःशुल्क जा सकता है, लेकिन दूसरा अटेंडर भी जाना चाहे तो उसका शुल्क 20 रुपए है और अगर तीसरा अटेंडर जाना चाहता है तो उसका शुल्क 50 रखा है। चौथे व्यक्ति को किसी भी हाल में प्रवेश नहीं देते। जबकि अटेंडर दस से बीस एक साथ अंदर जाने की जिद करते हैं और कहते है 50 के हिसाब से सभी के पास बनाओ लेकिन ऐसा किसी सूरत में नहीं किया जाएगा क्योंकि कुल मिलाकर अधिक लोग अस्पताल में प्रवेश न करें इस उद्देश्य को लेकर ये रणनीति तय की है। हमने प्रत्येक भर्ती होने वाले मरीज के साथ अटेंडर का प्रवेश निशुल्क ही रखा है। मरीज जब तक भर्ती रहता है तब तक उसके अटेंडर को अस्पताल में प्रवेश दिया जाता है।
अब निशुल्क पास से मरीज का कोई भी परिजन ले सकेगा प्रवेश, एक एक करके जाना होगा जिससे भीड़ न हो
अभी तक मरीज के नाम के साथ जिस अटेंडर का नाम पास पर लिखा जाता था सिर्फ वही प्रवेश का पात्र रहता था लेकिन अब कलेक्टर रवीन्द्र कुमार जी के निर्देश के बाद मरीज के नाम के साथ भले ही किसी अटेंडर का नाम लिखा होगा, लेकिन उसका कोई भी एक परिजन उस पास से निशुल्क प्रवेश कर सकेगा। उन्होंने कहा कि अटेंडरों को चाहिए कि वे निशुल्क पास से एक एक करके मरीज से मिलने जाया करें इससे उन्हें शुल्क नहीं देना पड़ेगा और अस्पताल में भीड़ भी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में आमजन से गेट पास के नाम पर ठेकेदार द्वारा अवैध कार्य के आरोप बेबुनियाद हैं। लोगों को व्यवस्था बनाने में सहयोग करना चाहिए।

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