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#धमाका बड़ी खबर: Chamoli Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड चमोली बद्रीनाथ हाईवे पर एवलांच (हिमस्खलन) में काम कर रहे 57 मजदूर दबे, 33 निकाले गए, कल फिर होगा रेस्क्यू

शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2025

/ by Vipin Shukla Mama
Chamoli Uttarakhand Glacier Burst: उत्तराखंड चमोली बद्रीनाथ हाईवे पर ताजा बर्फबारी के बाद हुए एवलांच (हिमस्खलन) में काम कर रहे 57 मजदूर दब गए हैं, 33 मजदूरों को अब तक निकाला गया है, कल सुबह रेस्क्यू फिर शुरू होगा। सीएम धामी ने अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने और स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर प्रभावितों की हर संभव मदद सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। भारी बर्फबारी के चलते आईटीबीपी ने रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया है। आईटीबीपी के जवान माणा गांव में वापस अपने कैंप में लौट गए है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि जिस स्थान पर हिमस्खलन हुआ है वहां करीब आठ फीट तक बर्फ जम गई है। मौसम सामान्य होने पर फिर से रेस्क्यू चलाया जाएगा।
कंटेनर में सो रहे मजदूरों पर गिरा बर्फ का पहाड़
चमोली एवलांच की चपेट में जम्मू-कश्मीर, पंजाब और उत्तर प्रदेश के मजदूर आए हैं। ये सब बीआरओ की कार्यदायी संस्था के मजदूर हैं. बताया जा रहा है कि मजदूर वहां कंटेनर में सो रहे थे, इसी दौरान कंटेनर के ऊपर हिमस्खलन हो गया।
अमित शाह सीधे ले रहे अपडेट
चमोली एवलांच बचाव अभियान पर NDRF के डीजी पीयूष आनंद ने कहा, "16 लोगों को निकाला गया है, NDRF की चार टीमें तैनात की गई हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस अभियान की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने मुझसे और DG ITBP दोनों से बात की है. हमारा ध्यान ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाने पर है. गृह मंत्री ने हर जान बचाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं."
रेस्क्यू में शामिल होंगे सीएम धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रदेश भर में जारी बारिश के बीच आईटी पार्क देहरादून स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। चमोली के माणा गांव के पास हुए एवलांच के साथ ही राज्य भर में जारी बारिश का ले रहे सीएम धामी ने अपडेट लिया, वहीं सीएम धामी कल शुरू होने वाले रेस्क्यू में शामिल होंगे।
चमोली एवलांच पर जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने कहा, "एवलांच में फंसे 57 मजदूरों में से 32 श्रमिकों को बचा लिया गया है." उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया, "शाम 5:00 बजे तक 32 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया था. बाकी 25 लोगों को निकालने की प्रक्रिया जारी है. चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम से 6 किलोमीटर आगे एवलांच में फंसे लोगों को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है."एडीएम चमोली विवेक प्रकाश ने बताया की इन 32 लोगों को रेस्क्यू करके आई टी बी पी के माना कैंप में रखा गया है। कल सुबह रेस्क्यू आपरेशन फिर शुरू किया जाएगा।
आइए जानिए क्या होता है एवलांच
एवलांच का मतलब है, किसी ढलान वाली सतह पर तेज़ी से बर्फ़ का बहाव। इसे हिमस्खलन भी कहते हैं, यह आमतौर पर किसी ऊंचे क्षेत्र में मौजूद हिमपुंज में अचानक अस्थिरता पैदा होने से शुरू होता है, एवलांच के दौरान, बर्फ़, चट्टान, मिट्टी, और अन्य चीज़ें किसी पहाड़ से नीचे की ओर तेज़ी से फिसलती है।हिमस्खलन (avalanche) किसी ढलान वाली सतह पर तेज़ी से हिम के बड़ी मात्रा में होने वाले बहाव को कहते हैं। यह आमतौर पर किसी ऊँचे क्षेत्र में उपस्थित हिमपुंज में अचानक अस्थिरता पैदा होने से आरम्भ होते हैं। शुरु होने के बाद ढलान पर नीचे जाता हुआ हिम गति पकड़ने लगता है और इसमें बर्फ़ की और भी मात्रा शामिल होने लगती है।
धामी सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार जनपद चमोली के माणा के निकट हुई हिमस्खलन की घटना के दृष्टिगत शासन द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए है. उत्तराखण्ड शासन द्वारा जो हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, उनमें मोबाईल नंबर- 8218867005, 9058441404, दूरभाष नंबर- 0135 2664315 और टोल फ्री नंबर- 1070 है। चमोली एवलांच के बाद हो रहे बचाव अभियान पर ITBP कमांडेंट पीयूष पुष्कर ने कहा, "89-90 कर्मियों वाली ITBP की 23 बटालियन माणा में तैनात है. पिछले दो दिनों से इस क्षेत्र में मौसम खराब है. आज सुबह से ही इस क्षेत्र में भारी बर्फबारी हो रही है. इस वजह से इस क्षेत्र में हिमस्खलन हुआ है, जिससे वहां BRO कैंप को नुकसान पहुंचा है। अब तक 33 लोगों को बचाया जा चुका है।








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