धमाका की पहली खबर उनकी हड़ताल पर केंद्रित थी जिसके बाद नपाध्यक्ष गायत्री शर्मा और सीएमओ इशांक धाकड़ ने मामले का संज्ञान लिया और कुछ देर पहले चालक बुलाकर उनसे पूछताछ की।
जब वाहन चालक बोले उनको इंदौर की डिवाइन कंपनी ने दो महीने से वेतन नहीं दिया। मांगते है तो जनवरी तक का ठेका होने से जनवरी तक का वेतन देने की बात कहते है। वो भी तब जब जब नपा कंपनी को भुगतान करेगी ऐसे में हम गरीब लोग घर कैसे चलाए। पिछले साल भी जो कंपनी थी उसने भी हमारे पांच महीने का वेतन नहीं दिया था जिसका अनुबंध खत्म हो गया था। अब नई कंपनी परेशान कर रही है। जिस पर नपाध्यक्ष और सीएमओ ने कहा कि वेतन तो मिल जाएगा काम पर चलिए। जब वाहन चालकों ने कहा साहब वेतन कंपनी नहीं देगी तो दोनों ने कहा तुम लोग नेता बन रहे हो जाओ सभी की सेवा समाप्त करते हैं।सुनिए क्या बोले कचरा वाहन के चालक।
सीएमओ के PA ने उठाया फोन
आपको बता दें कि उक्त मामले की तह तक जाने के लिए हमने नपा सीएमओ इसाक धाकड़ जी को फोन लगाया लेकिन उनका फोन PA ने उठाया। हमने कचरा वाहन पर उनका वर्जन चाहा तो PA ने बात करवाने को कहा लेकिन फिर बात नहीं करवाई। ताज्जुब की बात ये है कि जिले के कलेक्टर और एसपी भले ही जिले के कप्तान हैं लेकिन अपना फोन खुद अटेंड करते है और अगर मिस्ड कॉल हो जाए तो वापिस कोल भी करते हैं।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें