ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री द ग्रेट श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल पर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जिस 4,613 करोड़ की लागत वाले आगरा ग्वालियर 6 लेन एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की थी, वह अब धरातल पर उतरता दिखाई दे रहा है। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण का ठेका जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट GR Infraprojects को NHAI से मिल गया है। Agra-Gwalior Expressway आगरा ग्वालियर 6 लेन एक्सप्रेसवे के निर्माण की बात मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए अच्छी पहल है। इस आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे (Agra-Gwalior Expressway) पर निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है। यह राजमार्ग मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक पहुंच को आसान बनाएगा। इससे कनेक्टिविटी के अलावा राज्यों को अन्य राज्यों के साथ व्यापार करने में भी आसानी होगी। इस राजमार्ग से भीड़भाड़ कम होगी और यात्रा आसान और तेज हो जाएगी। बहु प्रतीक्षित उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से होकर गुजरने वाले 89 किलोमीटर लंबे 6 लेन वाले ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे के निर्माण का ठेका जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट कंपनी को दिया गया है। जो इस साल 2025 के अक्टूबर के आसपास काम शुरू करेगी। इस परियोजना की समय सीमा 910 दिन है यानि कि करीब तीन साल 2027 में पूरा हो सकता है। रास्ते में यह भिंड और मुरैना से होकर गुजरेगा और प्रस्तावित 408.77 किलोमीटर लंबे चंबल एक्सप्रेसवे के साथ इंटरचेंज करेगा।इससे आगरा और ग्वालियर के बीच यात्रा का समय वर्तमान 2-3 घंटे से घटकर केवल एक घंटे रह जाने की उम्मीद है।
जाम से मिलेगी निजात
इस परियोजना पर 4,613 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह एक्सप्रेसवे आगरा जिले के देवरी गांव से शुरू होगा और मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के सुसेरा गांव तक विस्तारित होगा। मुरैना और भिंड जैसे क्षेत्रों को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा। इसके निर्माण से ग्वालियर-मुरैना-धौलपुर-आगरा मार्ग पर ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम हो जाएगी।
पुराने फोरलेन को भी करेगी व्यवस्थित
इस अनुबंध के साथ साथ जीआर को आगरा और ग्वालियर के बीच मौजूदा NH44 को भी मजबूत करना होगा।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें