छात्राओं के समर्थन में उतरे एबीवीपी कार्यकर्ता
एबीवीपी कार्यकर्ता छात्राओं के समर्थन में आ गए हैं। एबीवीपी केंद्रीय समिति के सदस्य भारत भूषण यादव ने बताया कि मंगलवार को प्रिंसिपल के विरोध में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी परिषद की ओर से बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
आनंदम क्लास के बहाने बुलाता था छात्राओं को
छात्राओं ने आरोप लगाया है कि कॉलेज में प्रिंसिपल आनंदम क्लास के बहाने लाइब्रेरी या निजी रूम में बुलाता था। वह छात्राओं पर मोबाइल नंबर एक्सचेंज करने का दबाव बनाता था। वाट्सऐप पर मैसेज करता और बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड जैसी बातों को बढ़ावा देता था।
पहली कमेटी ने माना दोषी
छात्राओं की शिकायत के बाद सरकार ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाई थी। कमेटी में खेतान पोलिटेक्निक, अजमेर कॉलेज प्रिंसिपल और एक रिटायर्ड प्रिंसिपल को शामिल किया था। कमेटी ने पूरी रिपोर्ट बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन को भेजी। इसके बाद बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन ने रिपोर्ट सरकार को भेज दी। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्मिक विभाग ने प्रिंसिपल को निलंबित कर जोधपुर मुख्यालय भेज दिया।
छात्राओं ने ये आरोप भी लगाए
-कॉलेज में ज्यादातर समय लाइब्रेरी में बैठे रहना, उन्हें घूरना और कमेंट करना।
-पद का फायदा उठाकर कॉलेज छात्राओं के पर्सनल ग्रुप में खुद को जुड़वाना।
-कॉलेज में शाम पांच बजे बाद तक रुककर छात्रावास की छात्राओं को पार्किंग एरिया में बुलाकर बात करना।
-छात्रावास की छात्राओं को बिना महिला वार्डन की अनुमति से बाहर भेजना और खुद उनके साथ जाना।
-कॉलेज क्लास में जांच के नाम पर जाना और अनर्गल बातें करना।
-छात्राओं के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना।
-वार्षिक उत्सव के समय जहां सीसीटीवी कैमरे प्राइवेसी के लिए बंद रखे जाते हैं, उन्हें शुरू कराना।
हॉस्टल छोड़ चुकीं छात्राएं
विभाग के पास पहुंची शिकायत में उन छात्राओं के आवेदन भी शामिल हैं, जिनमें छात्राओं ने प्रिंसिपल से परेशान होकर हॉस्टल छोड़ने के लिए कहा है। इसमें छात्राओं ने प्रिंसिपल पर आरोप लगाए हैं। इसके अलावा छात्राओं ने वाट्सऐप पर प्रिंसिपल की ओर से भेजे गए अश्लील मैसेज और कॉल्स की विस्तृत जानकारी भी दी है। कुलमिलाकर इस बड़े मामले की ज्वाला धधक रही हैं।

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