शिवपुरी। प्रयागराज महाकुंभ के दौरान भारत के तेरह अखाड़ों में से सबसे बड़े अखाड़े पंच दशनाम जूना अखाड़ा के पदाधिकारियों की घोषणा की गई थी। कुंभ स्नान के बाद साधुओं का दल वाराणसी पहुंचा, जहां विधिवत साधुओं को पदों पर बैठाने की विधिवत प्रक्रिया निभाई गई।
जूना अखाड़ा के चारों मणियों व रमता पंच का चुनाव हुआः श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज
चुनाव श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता व श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज व श्रीमहंत उमाशंकर गिरि महाराज की देखरेख में हुआ। पदाधिकारियों की घोषणा श्रीमहंत मोहन भारती महाराज ने की। काशी जूना अखाड़ा के चारों मणियों व रमता पंच, श्री पंच व शंभू पंच का शुक्रवार को चुनाव हो गया।
चुनाव जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता व निर्देशानुसार, वरिष्ठ अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज व श्रीमहंत उमाशंकर गिरि महाराज की देखरेख में हुआ। पदाधिकारियों की घोषणा अध्यक्ष श्रीमहंत मोहन भारती महाराज ने की। 13 मणि के श्रीमहंत विजय गिरि महाराज, सचिव श्रीमहंत कंचन गिरि, थानापति श्रीमहंत आनंद गिरि महाराज व प्रवक्ता श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज होंगे।
14 मणि के श्रीमहंत शांतानंद सरस्वती महाराज, (माता खो -आरोन घाटीगांव) एवं सचिव श्रीमहंत ओम भारती महाराज, श्रीमंहत थानपाति रूद्रानंद सरस्वती महाराज, कारोबारी हितेश्वर गिरि महाराज बनाए गए हैं। 14 मणि के श्रीमहंत सचिव रामेश्वरानंद गिरि महाराज व थानापति श्रीमहंत तीर्थनांद गिरि महाराज, अष्टकौशल महंत सोम गिरि महाराज बनाए गए हैं। निर्वाण मंत्री श्रीमहंत साध्वी शैलजानंद गिरि महाराज को दुर्गा गिरि आश्रम का अध्यक्ष भी बनाया गया। अयोध्या के सचिव थानापति परमानंद गिरि महाराज बनाए गए हैं। बाबा सन्त पुरी महाराज को धारसूल काशी में जूना अखाड़ा का श्रीमहन्त बनाया गया। श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी महाराज व श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, श्रीमहंत सहदेवानंद गिरि महाराज सचिव कर्नाटक, बालक गादी श्रीमहंत पृथ्वी गिरि महाराज, श्रीमहंत केदार पुरी महाराज, श्रीमहंत विजय गिरि महाराज, अष्ट कौशल महंत अजय गिरि महाराज, कुठारी योगेश गिरि महाराज, पुजारी महेश गिरि महाराज, कारोबारी मृत्यंजय गिरि महाराज, भंडारी शहंशाह गिरि महाराज, कोतवाल तरूण गिरि महाराज आदि भी मौजूद रहे।
विधिवत चुनाव संपन्न होने के साथ ही श्री महंतों ने अपनी अपनी कैबिनेट के साथ, सनातन धर्म का प्रचार प्रसार एवं समाज कल्याण हेतु भारत भर मैं यात्रायें शुरू कर दी है।
इसी क्रम में जूना अखाड़ा के संत साधुओं का यह दल, प्रयागराज से बनारस, काशी, वरेली,वृंदावन, मथुरा, उज्जैन, तराना होते हुये शिवपुरी पहु़चा।
शहर आगमन पर 14 मढि के श्री महंत श्री शांतानंद जी सरस्वती महाराज माता खो काभव्य स्वागत किया गया। सैकड़ों भक्तों औरउनके शिष्यों ने श्री महंतों और अन्य साधुओं का आशीर्वाद लिया।

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