ये घटी घटना
बकौल एडवोकेट शर्मा वे जबलपुर 8 मार्च को राईट टाउन के भवन क्रमांक 2241 में एक तेहरवी के कार्यक्रम में रिश्तेदारी में आया हुआ था। शाम लगभग 7:30 से 8:00 बजे का समय था। उक्त घटना दिनांक को मैंने देखा जब मैं टहलने के लिये नेपियर टाउन एवं राईट टाउन के नाले के ऊपर बने हुये पार्क में गया वहाँ कुछ आवारा श्वान कुछ लोगों की ओर झपट रहे थे। मेरी ओर भी झपटे, इसलिये मैंने पार्क में टहलना उचित नहीं समझा और मैं टहलने के उद्देश्य से सडक के किनारे पैदल चलने लगा। जैसे ही मैं, डॉ असीम वाजपेई एवं डाक्टर राजीव कुकरेले की क्लीनिक के ठीक बीच में एक मोड है वहां पर पहुँचा तो मुझे लगभग दस-बारह गली के श्वानों ने घेर लिया तथा मुझ पर हमला करने के लिये सभी मेरी ओर बढे उनके इरादे काफी खतरनाक लग रहे थे। मैंने थोडा सा प्रतिरोध कर उनको हटाने का प्रयास किया लेकिन वे नहीं हटे। वे लगातार मेरी ओर बढते चले जा रहे थे। अचानक मैं उन सभी की ओर बहुत तेजी से चीखा, मेरी चीख सुनकर सभी श्वान कुछ कदम पीछे हट गये। मौका पाते ही मैंने रोड क्रॉस कर लिया और प्रेम मंदिर की ओर तेज कदमों से चलकर मैं वापस आ गया। तेजी से चीखने की वजह से मेरी आवाज समान्य अवस्था में अभी तो नही आई है। यदि मैं घबराहट में सडक पर गिर जाता तो मेरा बचना लगभग मुश्किल ही था।
इतना ही नहीं नेपियर टाउन एवं राईट टाउन के नाले के ऊपर बने हुये पार्क में गया वहाँ भी कुछ आवारा श्वान कुछ लोगों की ओर झपट रहे थे। मैं जबलपुर अक्सर आता रहता हूँ। अक्सर श्वान के द्वारा काटे जाने के मामले स्थानीय समाचार पत्रों में पडता रहता हूँ। आवारा श्वानों की बढती हुई संख्या हम सभी के लिये चिंता का विषय बन गई है। अतः
सभी श्वानों को चिन्हित कराकर उनका टीकाकरण कराया जावे तथा इनकी बढ़ती हुई जनसंख्या को दृष्टिगत रखते हुये इनकी नसबंदी कराई जावे एवं जिन इलाकों में श्वान द्वारा काटे जाने के मामले सामने आ रहे हैं उन सभी क्षेत्रों से ऐसे श्वानों को, जो जन समान्य को हानि पहुंचा रहे हैं उन्हें किसी सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया जावे जहाँ वे स्वंय भी सुरक्षित रह सकें और जनसामान्य भी इनसे सुरक्षित रह सके। कृप्या इस दिशा में आवश्यक एवं उचित कार्यवाही जनहित में की जावे। अन्यथा कोर्ट में जनहित याचिका लगानी पड़ेगी।

कोई टिप्पणी नहीं
एक टिप्पणी भेजें