* केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विजयाराजे सिंधिया कन्या महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव का किया शुभारंभ, मंच से
* सुनीता विल्लियम्स की प्रेरणादायक कहानी को मंच से बच्चियों को सुनाया, कहा ‘भारत की बेटी में अद्भुत क्षमता हैं।’
* देश के कुल पायलट में से 15% महिला पायलट हैं जो वैश्विक औसत से भी अधिक: सिंधिया
ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने तीन दिवसीय ग्वालियर प्रवास के दौरान आज विजयाराजे सिंधिया शासकीय कन्या महाविद्यालय, मुरार के वार्षिक समारोह में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने छात्राओं से संवाद किया और महिला शिक्षा, सशक्तिकरण और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं पर प्रकाश डाला।
राजमाता सिंधिया को किया याद
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंधिया ने स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया को नमन करते हुए कहा कि वे केवल ग्वालियर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और देश की नारी शक्ति की प्रतीक थीं। उन्होंने राजमाता जी की दूरदर्शी सोच को स्मरण करते हुए कहा, “जो हाथ एक शिशु के पालने को झुला सकते हैं, वे विश्व पर राज भी कर सकते हैं।” उन्होंने कहा कि राजमाता विजयाराजे सिंधिया स्नातकोत्तर महाविद्यालय केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि एक विचारधारा, एक सपना और महिला सशक्तिकरण का केंद्र है, जिसे राजमाता साहब ने वर्षों पहले संजोया था। राजमाता सिंधिया को याद करते हुए मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि “राजमाता साहेब बहुत सरल स्वाभाव की थी पर अपने संकल्पों पर अडिग रहती थी। उन्होंने देश के हर राज्य में प्रवास किया और जन संघ की नींव रखी।”
बेटियां हर क्षेत्र में बढ़ा रही मान : सिंधिया
उन्होंने शिक्षकों के योगदान को सराहते हुए कहा कि आपकी मेहनत और समर्पण से छात्राएं हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल कर रही है। सिंधिया ने अंतरिक्ष यात्रा करने वाली सुनीता विलियम्स का उदाहरण देते हुए कहा कि आज हमारी बेटियां हर क्षेत्र में देश का मान बढ़ा रही हैं। इसी के साथ आज देश के कुल पायलट में से 15% महिला पायलट हैं जो वैश्विक औसत से भी जयदा है।
शिक्षा के विकास के लिए सिंधिया परिवार हमेशा प्रतिबद्ध: ज्योतिरादित्य सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिक्षा के विकास के लिए पूरा सिंधिया परिवार सदैव संकल्पित रहा है। महाराज माधो राव सिंधिया ने ‘द सिंधिया स्कूल’ की स्थापना की और काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना में एक बड़ी भूमिका निभाई थी। साथ ही उन्होंने ग्वालियर के प्रसिद्ध माधव संगीत कॉलेज की भी स्थापना की। उन्होंने कहा कि मेरे स्वर्गीय पिता और मेरे प्रेरणास्रोत कैलाशवासी श्रीमंत माधवराव सिंधिया जी इस देश के शिक्षा मंत्री भी रहे हैं। उन्होंने इस अंचल को कई नामचीन शैक्षणिक संस्थानों की सौगात प्रदान की।
महिला शिक्षा और सशक्तिकरण को लेकर सरकार प्रतिबद्ध: सिंधिया
सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार ने पिछले एक दशक में महिला शिक्षा और सशक्तिकरण के लिए कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना ने देश में लड़कियों की शिक्षा को नया आयाम दिया है।नई शिक्षा नीति में जेंडर इन्क्लूजन फंड की स्थापना कर लड़कियों की शिक्षा के लिए विशेष आर्थिक सहायता का प्रावधान किया गया है। सुकन्या समृद्धि योजना ने बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए माता-पिता का आर्थिक बोझ कम किया है। लखपति दीदी योजना और ड्रोन दीदी योजना के माध्यम से बहनों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जा रहा है।

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