बता दें कि आपने शिवपुरी में कोराना के दोनों कालखंड में बेहतरीन कार्य किए। इस दौरान उन्हें तीन कलेक्टर के साथ काम करने का अवसर मिला। हिंदी समझने में कठिनाई के चलते आपने तत्कालीन कलेक्टर अनुग्रह पी के साथ जिले में समन्वय से कार्य किया। उसके बाद आपने कलेक्टर अक्षय सिंह के साथ कंधे कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। खास बात ये रही कि इस समय तक आप जिले के रीढ़ समझे जाने वाले लोगों के साथ आमजन के दिलों में भी उतरने में कामयाब रहे। सच का साथ निडरता से देने और दोषियों को दंडित करने से पीछे नहीं हटे। अपने कार्यकाल में IAS, IPS के तालमेल की एक नई मिसाल पेश की और दोनों की दोस्ती परवान चढ़कर सुपरहिट हुई। इस दौरान नगर के हर हिस्से में सीसीटीवी लगवाने, चौराहों पर लाल पीली बत्ती लगाने, पुलिस परिवारों के लिए मरीज हॉल, पेट्रोल पंप, पुलिस का सालों से बंद अस्पताल शुरू करवाने, नगर के संवेदनशील स्थानों पर चौकियों की स्थापना करवाने जैसे उल्लेखनीय कार्य किए। बाद में जब दोनों अधिकारियों को ग्वालियर महानगर की कमान सौंपी गई तो वहां भी बेहतर कार्य किया। इसके पहले जब कलेक्टर कलेक्टर रवीन्द्र कुमार का शिवपुरी आगमन हुआ और कलेक्टर अक्षय ग्वालियर ज्वाइन हुए इस बीच राजेश चंदेल को कलेक्टर रवीन्द्र कुमार के साथ भी कुछ दिन काम करने का मौका मिला। बाद में आप ग्वालियर ज्वाइन हुए और झंडे गाड़ने के बाद प्रमोशन पर भोपाल गए। उनके किए सद्कार्य आज भी प्रासंगिक हैं। उन्हें धमाका के चीफ एडिटर विपिन शुक्ला ने बधाई दी है।

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