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#धमाका माता टीला डैम से live: 13 मिनिट हाथ पैर चलाते हुए किया जीवन और मौत से संघर्ष, सुनिए मासूम जॉनसन से आप बीती, "फूटी नाव" से जा रहे थे पानी के बीच बने टापू पर फाग खेलने, पता था छेद है फिर भी ले गए नाविक ग्रामीणों को, भरा नाव में पानी, डूब गई 7 जिंदगानी, पढ़िए पूरी रिपोर्ट, सुनिए दास्तान ए हादसे के video

बुधवार, 19 मार्च 2025

/ by Vipin Shukla Mama

शिवपुरी। जिले की पिछोर विस के खनियाधाना स्थित माताटीला डैम के कैचमेंट एरिया में मंगलवार को डूबी नाव के साथ डूबे 7 ग्रामीणों के शव बुधवार को 24 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद गोताखोरों ने निकाल लिए हैं। एक लापता बच्ची के लिए गोताखोर की मदद ली गई। 
इस तरह सभी 7 शव निकाल लिए गए है। अब रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म कर दिया गया है। घटना को लेकर ग्राम में करुण क्रंदन का माहौल है। हर आंख नम है। घटना के बाद SDRF सहित कई अन्य टीम के कई जवान डैम के कैचमेंट एरिया में लगातार सर्चिंग कर रहे थे। एक शव नहीं मिला तो गोताखोर का सहारा लिया गया।
कलेक्टर रवीन्द्र ने बताया कि तीन वोट से चक्र बनाकर गोताखोर पानी में गए तब लापता बालक का शव पानी की गहराई में मिला। रेस्क्यू में मुरैना, ग्वालियर ही नहीं बल्कि कई अन्य जिलों से टीम सिंधिया के निर्देश पर मौके पर आई थी। 
फूटी नाव से जा रहे थे पानी के बीच फाग खेलने, पता था छेद है फिर भी ले गए नाविक ग्रामीणों को ओवर लोड भरकर, भरा पानी, डूब गई 7 जिंदगानी
माता टीला डैम का जल भराव इलाका चारों तरफ समुंदर सा नीला पानी और इस पानी के बीच स्थित टापू पर सिद्धबाबा का मंदिर है। होली के अवसर
पर यहां आसपास के ग्रामों के लोग फाग और दर्शन करने जाते हैं। कल भी कई नाव पानी में ग्रामीण को लेकर जा रही 
थी। इसी भीड़ में पहले से फूटी नाव को पानी में उतार दिया गया। वो भी 7 की जगह 15 लोग बैठाकर उसे टाइटेनिक के रस्ते पर धकेल दिया। बकौल नाविक प्रदीप लोधी सबसे पहले नाव पर सवार एक महिला को पिछले हिस्से में पानी भरता हुआ दिखाई दिया। इसके कुछ देर
बाद नाव में पानी तेजी से भरने लगा और वह डूब गई। जब मीडिया ने पूछा कि क्या नाव आपकी थी वह बोला मेरी नहीं थी। ग्रामीणों ने बताया किसी ठेकदार की थी, यानि ठेके पर नाव इस विशाल पानी में चलवाई जाती हैं। खैर नाविक ने आगे बताया कि नाव में पहले से पानी आता था इसलिए उसने उसे ले जाने से मना किया लेकिन उसे जबरिया भेजा गया। नतीजे में कुछ दूर जाते ही जैसे ही नाव में पानी भरते एक महिला ने देखा और नाविक को बताया तो बकौल नाविक उसने नाव वापिस मोड़ने की कोशिश की लेकिन देर हो चुकी थी और नाव में तेजी से भरे पानी ने नाव डूबा दी। इसमें नाव में पानी भरते देख महिलाओं के एक छोर पर जाने से भी नाव पलटी। ये देखकर नाव के दोनों नाविक पानी में कूद गए। 
हम बचाने जाते तो लोग हमसे चिपट जाते, हम मर जाते, सुनिए नाविक प्रदीप की जुबानी video 
कहते है डूबते को तिनके का सहारा ही बहुत लेकिन कल डूबे बदकिस्मत ग्रामीण एक ऐसे नाविक के हम सफर थे जिन्होंने नाव डूबने से पहले ही पानी में छलांग लगा दी। किसी चूहे की तरह जहाज छोड़कर भाग गए। जब कारण पूछा तो बोला ग्रामीण बहुत थे हम उनको बचाने जाते तो वे हमसे लिपट जाते हम डूब जाते।
शीतल और सुजान ने दो अन्य नाव से 5 डूबते लोगों को बचाया
कलेक्टर रवीन्द्र कुमार ने कहा है कि वे शीतल और सुजान को पुरस्कृत करेंगे। वाकई उन दोनों ग्रामीणों ने इंसानियत का काम भी किया है। शीतल के अनुसार वह भी फाग के लिए मंदिर गया था। उसकी नाव मंदिर पर थी कि तभी पीछे देखा नाव डूब गई। लोग चीख रहे थे। ये देखकर उसने अपने साथी सुजान के साथ उसी दिशा में अपनी नाव दौड़ाई। करीब 13 मिनिट ने वह मौके पर थे और जो हाथ पानी में ऊपर दिखाई दिए उनको पकड़कर लोगों को पानी से निकाला और नाव में बैठाया।
ये वही 5 लोग है जो सुरक्षित बचकर लौट आए लेकिन इतने बीच में अभागे 7 ग्रामीण पानी के भीतर जा चुके थे। जिनकी मौत हो गई। काश वे भी जॉनसन की तरह 13 मिनिट जिंदगी और मौत से संघर्ष कर पाते।
जॉनसन ने किया चार लोगों के साथ जीवन के लिए हाथ पैर चलाकर संघर्ष
उम्र केवल दस साल नाम जॉनसन, इस बालक ने मौत को अपनी नजरों से न 
सिर्फ देखा बल्कि अपनी दादी और बहिन को खो बैठा है। मीडिया के स्वर उससे बात करते माध्यम पड़े जब उसने बताया कि नाव में अचानक पानी आने लगा। जैसे ही ज्यादा पानी आया उसके दो नाविक पानी में कूद गए। उससे पूछा कि फिर क्या हुआ तो बोला हम पानी में हाथ पर चलाते रहे जैसे ही रुकते थे पानी में नीचे जाने लगते, इसलिए हाथ पैर चलाते रहे बाद में दो नाव आई जिन्होंने हमको बचा लिया।
सुनने में ये कोई फिल्मी स्टोरी लगे लेकिन एक बच्चे के नाते ये मंजर रोंगटे खड़े करने वाला है। 
सीएम ने की मोबाइल पर बात, विधायक ने मांगी मोटर वोट, सिंधिया ने दिए निर्देश
घटना के दौरान जारी रेस्क्यू के बीच विधायक प्रीतम लोधी ने प्रदेश के सीएम प्रीतम लोधी से बात की। तब छह शव मिल चुके थे। उसकी जानकारी दी बताया जिला प्रशासन मौजूद है। फिर हादसा न हो इसलिए मोटर वोट, स्टीमर की मांग की। सीएम ने कहा जो भी आवश्यकता होगी करेंगे। कोई बात हो तो बताना। इसके पहले घटना के तत्काल बाद केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने घटना में तत्काल रेस्क्यू करने के निर्देश दिए थे। आज सीएम और सिंधिया ने शोक जताया था। राहत राशि
की घोषणा की। शाम को प्रभारी मंत्री प्रदुम्न तोमर भोपाल से घटना पीड़ित ग्राम पहुंचे पीड़ितों में मिले। सांत्वना दी फिर भोपाल रवाना हुए। 
विधायक, बीजेपी जिलाध्यक्ष, कलेक्टर, एसपी, नेता डाले थे डेरा, मंत्री देर शाम पहुंचे
हादसे की खबर पाकर टी आई राकेश शर्मा तत्काल और कलेक्टर रवीन्द्र कुमार, एसपी अमन सिंह तो कल शाम को ही मौके पर जा पहुंचे थे। देर रात दो बजे भोपाल से पिछोर विधायक प्रीतम लोधी भी घटना स्थल पहुंचे। एनडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू करती रही। बाद ने बीजेपी जिलाध्यक्ष जसमंत जाटव, पूर्व मंत्री भैया साहब लोधी, जगराम सिंह यादव सहित अन्य नेता मौके पर पहुंचे। आज दोपहर वे नाव में मीडिया के साथ टापू के बीच मंदिर दर्शन को भी गए। 
अवंती बाई जैसी थी मेरी डूबी बच्चियां, कार्यक्रम अब अगले महीने होगा, प्रीतम
शहर में अवंती बाई लोधी की जयंती पर बड़ी तैयारी लोधी समाज ने शुरू की थी। लेकिन हादसे में समाज के परिवार के लोग जान गवा बैठे जिसे लेकर विधायक ने कहा मेरे लिए ये बच्ची अवंती बाई जैसी हैं। हम दुखी हैं इसलिए कार्यक्रम स्थगित करते है और अगले महीने तय तारीख पर ही आयोजन होगा।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने शिवपुरी में हुई घटना पर शोक संवेदना व्यक्त की
प्रभारी मंत्री भी पहुंचे खनियाधाना के गांव रजावन
मृतकों के परिजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की
मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी 2- 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता
नाव पलटने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में 7 लोगों के डूबने से असामयिक मौत को लेकर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर भी ग्राम रजावन पहुंचे। ग्राम रजावन में मृतकों के
परिजनों से मिलकर अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की और कहा कि यह घटना अत्यंत हृदय विदारक है। मृतकों के परिवार के लिए अत्यंत कठिन समय है। इस दुख की घड़ी में प्रदेश
सरकार परिवारजन के साथ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस घटना पर शोक संवेदना व्यक्त की है। और बताया कि मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2- 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं।
शिवपुरी के खनियाधाना में हुई इस घटना में रेस्क्यू ऑपरेशन में एसडीईआरएफ की टीमें, माताटीला के मछुआरों की टीमें मैकेनाइज्ड
बोट्स के साथ जुटी। बुधवार को NDRF की टीम भी पहुंची। रेस्क्यू में सभी 7 लोगों को बॉडी निकाल ली गई, जिसमें शारदा पत्नी इमरत लोधी उम्र 55 वर्ष,लीला पत्नी रामनिवास लोधी उम्र 40 वर्ष, रामदेवी पत्नी भूरा लोधी उम्र 35 वर्ष और शिवा पुत्र भूरा लोधी उम्र 8 वर्ष, कान्हा पुत्र कप्तान लोधी उम्र 7वर्ष, चाहना पुत्री लज्जाराम लोधी उम्र 14 वर्ष, कुमकुम पुत्री अनूप लोधी उम्र 15 वर्ष है। इनके निकटतम परिजन को आरबीसी 6- 4 के तहत चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है। प्रभारी मंत्री ने परिजनों से मुलाकात कर आर्थिक सहायता स्वीकृत पत्र प्रदान किए। जिसमें चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता, विधायक निधि से 25- 25 हजार और 5 हजार रुपए अंत्येष्टि सहायता राशि प्रदान की गई है।










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