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#धमाका खास खबर: SI परीक्षा में 34 वीं रैंक हासिल करने वाली मोनिका जाट ने 15 लाख रुपए में खरीदा था पेपर, ब्लूटूथ से नकल कर थानेदार बनी थी मोनिका, अशुद्धियों से भरा आवेदन लिखने पर खुली पोल

शुक्रवार, 21 मार्च 2025

/ by Vipin Shukla Mama

राजस्थान। SI Paper Leak kand: एसआई भर्ती परीक्षा लीक मामले में फरार चल रही मोनिका जाट पुलिस के हाथ लग गई है। एसआई परीक्षा में 34वीं रैंक हासिल करने वाली मोनिका जाट ब्लूटूथ से नकल कर नकली थानेदार बनी थी। उसे ठीक से हिंदी में आवेदन तक लिखना नहीं आता। इसी के चलते पोल खुली। बता दें कि मोनिका जाट उर्फ
 मोनिका खेदड़ को राजस्‍थान पुलिस की खाकी वर्दी मिल गई। कंधे पर दो स्‍टार व माथे पर अशोक स्तंभ सज गया। झुंझुनूं जिले में अभी ट्रेनिंग चल रही थी। कुछ समय बाद फील्‍ड पोस्टिंग मिलनी वाली थी। इस बीच राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने मोनिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो कई चौंकाने वाले राज खुल गए। अब एसओजी की पड़ताल में सामने आया है कि मोनिका ने नकल गिरोह के सरगना
पौरव कालेर से 15 लाख रुपए में परीक्षा से पहले पेपर पढ़ाने का सौदा किया था। पौरव कालेर ब्लूटूथ के जरिए मोनिका को एसआई भर्ती परीक्षा की दोनों पारियों का पेपर पढ़ाया। एसओजी की जांच में सामने आया है कि 15 सितंबर 2021 को मोनिका जाट ने अजमेर के एक केंद्र पर एसआई भर्ती परीक्षा 2021 दी थी। तब उसने राजस्‍थान पेपर लीक गिरोह के सरगना पौरव कालेर से 15 लाख रुपए में सौदा करवाया और ब्लूटूथ की मदद से परीक्षा के दौरान नकल की और पास हो गई।
हो गई थी फरार 
जैसे ही मोनिका जाट को सरगना पोरव कालेर की गिरफ्तारी की भनक लगी तो वह राजस्थान पुलिस अकादमी से फरार हो गई थी, जोकि अब SOG की गिरफ्त में है। इस दौरान एसओजी की जांच में सामने आया है कि मोनिका का एसआई भर्ती की लिखित परीक्षा केंद्र अजमेर में था। इसके चलते मोनिका ने हिंदी विषय में 200 में से 184 अंक तथा सामान्य ज्ञान विषय में 200 में से 161 अंक प्राप्त किए। वहीं, जब इंटरव्यू में बैठी तो केवल उसे 15 नबंर ही मिले, जिससे वह सवालों के घेरे में आ गई। बताया जाता है कि ट्रेनिंग के दौरान मोनिका ने 5 जून से 2024 से 2 जुलाई 2024 तक मेडिकल लीव ली थी, लेकिन इसके बाद वह मेडिकल प्रमाण पत्र नहीं दे सकी जिससे उसकी हाजिरी संदिग्ध हो गई।
अशुद्धियों से भरा था प्रार्थना ptr
वहीं,राजस्‍थान पुलिस में उप निरीक्षक बनने के बाद मोनिका जाट को झुंझुनूं जिले में ट्रेनिंग पर भेजा गया। इस दौरान मोनिका ने झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक को आमद (उपस्थिति) के लिए प्रार्थना दिया,  तो कई अशुद्धियां पाई गई। 20 लाइन के इस प्रार्थना पत्र में मोनिका ने 13 शब्द गलत लिखे थे। जिसमें निरीक्षक, प्रोबेशनर, डॉक्यूमेंट और झुंझुनूं जैसे आसान शब्द भी नहीं लिखे गए। अब आरोपी महिला थानेदार मोनिका जाट एसओजी ने बुधवार को अदालत में पेश किया था। वहां से मोनिका को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया। अब पौरवकालेर के आमने-सामने बैठाकर उनसे पूछताछ की जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि और भी कई खुलासे हो सकते है। पौरव जून 2024 से जेल में बंद है।

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