#Dhamaka_Special_News: Tourist family exclaimed wow, wow after seeing a pair of cheetahs chasing a herd of deer in Kuno forest, tourist Vishal Seth from Gurugram and Abhishek Singh's family from Gwalior spotted a pair of cheetahs, video
कूनो। देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने श्योपुर जिले के जिस कूनो नेशनल पार्क में अफ्रीकन चीता छोड़े थे अब यह प्रोजेक्ट निरन्तर सफलता की तरफ अग्रसर होता दिखाई देने लगा है। लगातार चीता मौतों की बदनामी से उबरने के बाद शावकों के जन्म के साथ मिलना शुरू हुई अच्छी खबरें तब और अधिक वायरल होने लगीं जब भारत में जन्में चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया। अब ये चीता हर दिन किसी न किसी को दिखाई देने लगे है जिससे चीता सफारी के नए सफर की शुरुआत हो गई है। इसी क्रम में कूनो के जंगल में हिरणों के झुंड का पीछा करते चीता का जोड़ा देख पर्यटक फैमिली कर वाओ, वाओ कर उठी। गुरुग्राम के पर्यटक विशाल सेठ और ग्वालियर के अभिषेक सिंह की फैमिली को ये चीता का जोड़ा अलग अलग दिन नजर आया है। (देखिए video)
गुरुग्राम के पर्यटक विशाल सेठ को कल तो आज ग्वालियर के अभिषेक सिंह की फैमिली को नजर आया चीता जोड़ा
कल के बाद आज सुबह भी पर्यटकों को चीता जोड़ा दिखाई दिया है। इसी क्रम में
कूनो नेशनल पार्क में शुक्रवार 28 मार्च को सुबह पर्यटक विशाल सेठ गुरुग्राम vishal seth from gurugram को चीता जोड़े में नजर आया उनकी फैमिली वाओ करती दिखी। ठीक इसी तरह शनिवार की सुबह ग्वालियर निवासी अभिषेक सिंह की फैमिली abhishek singh family'l को भी चीता का जोड़ा दिखाई दिया। खास बात ये थी कि चीता अपने शिकार के मिशन पर एक हिरणों के झुंड की तरफ नज़रे गढ़ाए आगे बढ़ रहा था। इस तरह अब कुनो नेशनल पार्क में चीते देखे जाने की खबरें लगातार मिल रही हैं। तभी से जब कुनो नेशनल पार्क में चीतों को खुले जंगल में छोड़ा गया है।
कुनो नेशनल पार्क में चीतों के दिखने से पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। कुनो नेशनल पार्क में चीतों के दिखने से रोज़गार के अवसर भी पैदा हुए हैं।
कुनो नेशनल पार्क में चीतों के लिए गाइड ट्रेनिंग प्रोग्राम भी चल रहे हैं।
रण थंबोर नेशनल पार्क के टाइगर से मिलकर कूनो के चीता देखकर शिवपुरी में पर्यटक सुनेंगे माधव टाइगर रिजर्व में बाघों की दहाड़
अब वो दिन दूर नहीं जब एक नया टूरिस्ट सर्किट बनकर तैयार होगा। पर्यटक रण थंबोर के टाइगर से मिलकर कूनो के चीता से मिलेंगे फिर शिवपुरी में आकर माधव टाइगर रिजर्व के बाघों की दहाड़ सुना करेंगे। पर्यटन के रास्ते से रोजगार की नई इबारत लिखी जाना तय है। बस लोगों को अपनी संकीर्ण सोच से बाहर निकलने की आवश्यकता है। उन्हें याद रखना चाहिए कि रण थंबोर, कार्बेट, पन्ना, पेंच टाइगर रिजर्व इलाकों में देश विदेश के पर्यटक पहुंचते है और वहां टूरिज्म एक बड़ा व्यापार है जो किसी भी उद्योग की परिकल्पना को पीछे छोड़ने में समर्थ है।

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