अधिकारी भाग निकले
इतना ही नहीं इसी मामले को लेकर जब मीडिया ने बिजली कंपनी के अधिकारी का वर्जन लेने की कोशिश की तो वे ये कहते हुए मौके से भाग निकले कि उनके स्टाफ ने कोई मारपीट नहीं की। रुपए मांगने के आरोप पर अधिकारी चुप्पी साधे निकल गए। (देखिए video)
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शिवपुरी के वार्ड 15 की मास्टर कॉलोनी में शनिवार को बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट का मामला सामने आया। बिजली कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि बिल की बकाया वसूली के लिए गई टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। घटना में महिला जूनियर इंजीनियर समेत कई कर्मचारी मौजूद थे। गुस्साई भीड़ ने कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उनके कपड़े फाड़ दिए और मोबाइल फोन छीन लिए। विभाग की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया। जेई कैलाश अहिरवार ने बताया कि बिजली विभाग की टीम लोक अदालत में धारा 135 के अंतर्गत बनाए गए प्रकरणों में बकाया राशि पर छूट देने का प्रचार-प्रसार करने फतेहपुर क्षेत्र स्थित बाली मास्टर कॉलोनी पहुंची थी। इस दौरान टीम को वहां अवैध रूप से बिजली उपयोग करने के मामले मिले, जिस पर कार्रवाई करते हुए ट्रांसफार्मर से अवैध रूप से जुड़े तार हटा दिए। इस पर कॉलोनी के कुछ लोगों रूपेश बेड़िया, जैकी बेड़िया, सुरेंद्र बेड़िया, सुजीत बेड़िया, मौनू भार्गव और हरिओम शर्मा ने विरोध किया और विवाद करने लगे। बिजली विभाग के कर्मचारियों के अनुसार, जब उन्होंने समझाने की कोशिश की कि केवल अवैध रूप से बिजली उपयोग कर रहे उपभोक्ताओं के कनेक्शन हटाए जा रहे हैं, तो उक्त लोगों ने गाली-गलौच शुरू कर दी। विरोध करने पर बिजली कर्मचारियों को धक्का देकर मारपीट की गई। इस घटना में सौभाग्य लोधी, घनश्याम यादव, मनेन्द्र पाल और गजेन्द्र परिहार को चोटें आईं। शासकीय वाहन MP33C2215 के पीछे का कांच भी तोड़ दिया गया। सहायक प्रबंधक पूजा वर्मा, रवि भोज, आमिल खान और मुकेश भदौरिया ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित भीड़ ने उनकी बात नहीं सुनी।
गुस्साई भीड़ ने कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। उनके कपड़े फाड़ दिए और मोबाइल फोन छीन लिए। विभाग की गाड़ियों पर भी पथराव किया गया। कुछ अधिकारी किसी तरह वहां से भागकर बच निकले। उन्होंने तुरंत घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी। सहायक अभियंता कैलाश अहिरवार और पूजा वर्मा ने कोतवाली में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। कोतवाली पुलिस ने बिजली विभाग की शिकायत पर 6 नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, कॉलोनीवासियों के आवेदन को लेकर जांच शुरू कर दी गई है। (देखिए video)
कॉलोनीवासियों ने कोतवाली आकर की शिकायत, लगाए गंभीर आरोप
घटना के बाद मास्टर कॉलोनी की महिलाओं ने कोतवाली में शिकायती आवेदन दिया और बिजली विभाग के कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगाए।
कॉलोनीवासियों के अनुसार, वे मजदूरी कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं और कई बार बिजली विभाग में स्थाई कनेक्शन के लिए आवेदन कर चुके हैं, लेकिन उन्हें कनेक्शन नहीं दिया गया। कॉलोनीवासियों का दावा है कि बिजली विभाग के कर्मचारियों ने खुद उन्हें अस्थायी रूप से तार जोड़कर बिजली लेने को कहा था, क्योंकि खंभे और सर्विस लाइन की व्यवस्था की जा रही थी।
रहवासियों का आरोप है कि 8 मार्च को बिजली विभाग की टीम तीन गाड़ियों में आई, जिसमें पूजा वर्मा, कैलाश अहिरवार, सहवाग लोधी और अन्य 10-15 लोग मौजूद थे। उन्होंने बिना किसी सूचना के बिजली के अस्थायी तार काट दिए, जबकि कॉलोनीवासियों ने 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाओं का हवाला देकर कुछ समय देने की अपील की। (देखिए video)
कर्मचारियों पर महिलाओं ने लगाए अभद्रता करने के आरोप
कॉलोनीवासियों का यह भी आरोप है कि बिजली विभाग के कर्मचारियों ने जातिसूचक गालियां दीं, महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और धमकी दी कि यदि विरोध किया तो झूठे केस में फंसा देंगे। आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया है कि कुछ समय पहले बिजली कटने की वजह से एक बच्चा टंकी में गिरकर मौत का शिकार हो चुका है। रहवासियों ने स्थायी कनेक्शन लेने की इच्छा जताई, लेकिन आरोप लगाया कि बिजली विभाग प्रति कनेक्शन 50-80 हजार रुपये की मांग कर रहा है। उन्होंने मांग की है कि विभाग तय नियमानुसार शुल्क लेकर स्थायी कनेक्शन उपलब्ध कराए।

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