5 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एक रील वायरल हुई थी। इसमें एक महिला ग्वालियर किले पर स्थित जैन तीर्थंकरों की प्राचीन प्रतिमाओं के सामने खड़ी होकर अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रही थी। उसके साथ के कुछ लोग जूते-चप्पल पहनकर प्रतिमाओं पर बैठे थे।
इस रील के सामने आने के बाद जैन मुनिश्री और समाज के लोगों में आक्रोश है। शिवपुरी सहित देश में कई जगह रील को लेकर जब आलोचना होने लगी तो 7 अप्रैल को प्रीति कुशवाह और उसके साथी लखन कुशवाह ने माफी मांगते हुए एक और वीडियो अपलोड किया था। इधर वीडियो से आहत समाज के लोगों ने एसएसपी ग्वालियर धर्मवीर सिंह को ज्ञापन सौंपकर एफआईआर दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग की थी। जिसके बाद केस दर्ज हुआ है।
ये था मामला
ग्वालियर किले की तलहटी में स्थित प्राचीन जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाएं मुगल शासनकाल के दौरान औरंगजेब द्वारा खंडित की गई थीं। शिवपुरी के नरवर की रहने वाली प्रीति कुशवाह अपने साथियों के साथ यहां घूमने आई थीं। इस दौरान प्रीति ने रील बनाते समय जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाओं के सामने रील बनाई।

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