शिवपुरी। आज 4 अप्रैल 2025 से पुन: मंगल का अपनी नीच राशि कर्क में प्रवेश हो गया है, कोई भी ग्रह अपनी नीच राशि में जाने पर अपने सकारात्मक गुणों को खो देता है, मंगल भूमि, शक्ति-साहस, पराक्रम आदि का कारक ग्रह है। कर्क राशि में मंगल पुन: अग्निकांड, सडक दुर्घटना, हत्या, भूकंप आदि में वृद्धि करने वाले होंगे। इस वर्ष सितंबर माह तक मंगल ग्रह कि स्थिति पृथ्वी के लिये शुभ नहीं होगी।
जन्मकुंडली में दांपत्य जीवन में मंगल ग्रह कि भूमिका महत्वपूर्ण होती है, अत: जिनकी पत्रिका में मंगल दांपत्य जीवन के लिये हानिकारक योग बना रहा हो वे अपने जीवन में थोडी सावधानी बरतकर चले। छोटी-छोटी बातों को बढाकर उन्हे महत्व ना दे। अशुभ मंगल स्वभाव में क्रोध-जिद और अहंकार को बढा देता है।
उपाय:
* व्यभिचार से दूर रहे।

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