हाथीखाना शिवपुरी में यजमान मनी महाराज द्वारा आयोजित श्रीमद भागवत कथा के दूसरे दिन कथा आचार्य श्री बासुदेव नंदिनी भार्गव ने ठाकुर जी की आलौकिक दिव्य कथाओं का श्रवण कराया। भागवत जी के प्रथम श्लोक में सत्य की वंदना की है। सार्भौमिक यदि कोई सत्य है तो वह ईश्वर है उनके अलावा जो कुछ भी है वह सब स्वप्न की भांति झूठा है। धर्म न दूसर सत्य समाना। जिसके जीवन में सत्य के प्रति समर्पण है वहीं ठाकुर जी का अनुयाई है।

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