* राजमाता की परंपरा से लेकर आज तक गौ सेवा में समर्पित : सिंधिया
गुना। केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने संसदीय क्षेत्र के 4 दिवसीय प्रवास कार्यक्रम के दूसरे दिन गुना में ₹44 करोड़ की लागत से बनने जा रहे ‘गौ अभ्यारण एवं अनुसंधान केंद्र’ का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया।
गौ माता की पूजा कर लिया आशीर्वाद
इस दौरान उन्होंने गौ माता की विधिवत पूजा कर भारत की सनातन परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित इस ऐतिहासिक पहल को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। इस दौरान उन्होंने गाय को भोजन भी कराया और आरती की। उक्त कार्यक्रम में अखिल भारतीय गौ सेवा प्रमुख राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अजीत महापात्र भी उपस्थित थे।
गौ माता में समस्त देवी-देवताओं का वास : सिंधिया
सिंधिया ने अपने संबोधन में कहा कि “गाय की देह में समस्त देवी-देवताओं का वास होता है। गौ माता केवल एक दूध देने वाला पशु नहीं, बल्कि माता के रूप में पूजनीय हैं। उन्होंने हमें दूध दिया, घी दिया, गोबर, गौमूत्र दिया, और गोबर से यज्ञ आदि जैसे शुभ कार्य संभव हुए। यही भारत है।
यह अमेरिका नहीं भारत है, यहां हम गौ माता की पूजा करते हैं: सिंधिया
सिंधिया ने अपने संबोधन में कहा कि “यह अमेरिका नहीं, यह यूरोप नहीं, यह कोई और देश नहीं, यह भारत माता का देश है, जहाँ हम गौ माता की पूजा करते हैं। यह हम सभी का दायित्व बनता है।”
सनातन संस्कृति में पंच ‘ग’ का महत्व
केंद्रीय मंत्री ने भारतीय संस्कृति को सर्वोपरि मानते हुए कहा कि “सनातन संस्कृति में पंच 'ग' – गाय, गंगा, गायत्री, गीता और गोविंद – का विशेष महत्व है। गंगा और गीता आत्मशुद्धि के प्रतीक हैं और गौ माता समस्त प्राणियों की माता के रूप में पूजनीय हैं।”
गुना नगर पालिका और गौ अभ्यारण एवं अनुसंधान केंद्र को साथ आने की जरूरत, बायो गैस के प्रयोग से क्षेत्र में हरित विकास संभव हो सकता है: सिंधिया
सिंधिया ने अपने भाषण में ग्वालियर स्थित गौशाला का उदाहरण दिया जहां ग्वालियर नगर निगम और गौशाला ने साथ मिलकर गौशाला में CNG प्लांट की स्थापना की है जहां से उत्पादन होने वाले गैस का प्रयोग नगर निगम की गाड़ियों में किया जा रहा है। सिंधिया के कहा कि ग्वालियर से प्रेरणा लेकर हमें गुना में भी यही मॉडल स्थापित करना चाहिए जहां नगर पालिका (जो जल्द ही नगर निगम होने वाला) है वह केंद्र के साथ मिलकर क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करें।
राजमाता की परंपरा से लेकर आज तक गौ सेवा में समर्पित सिंधिया परिवार
केंद्रीय मंत्री ने साझा किया कि “1975 में ग्वालियर महल परिसर में राजमाता जी ने एक छोटी सी गौशाला की शुरुआत की थी। यह गौशाला आज भी ग्वालियर जय विलास पैलेस में उपस्थित है और जिसकी देखरेख आज मेरी बेटी कर रही हैं।”

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